महिला आरक्षण की खबर ही आज सुर्खियां बटोर रही है। जहाँ महिलाओं में चर्चा का विषय बनीं हुई है वहीँ महिला नेता भी इसपर खुलकर अपनी प्रतिक्रिया रखती नज़र आ रहीं हैं। जहाँ कांग्रेस नेता सोनिया गाँधी ने इस बिल को पति राजीव गाँधी का सपना बताया है वहीँ बसपा सुप्रीमो मायावती ने महिला आरक्षण विधेयक को लेकर सरकार की नीयत पर झोल कहा है।
आज बुधवार को मायावती ने इसपर कहा कि विधेयक में कई प्रावधान ऐसे हैं जिससे महिलाओं को लाभ मिलने में 15-16 साल लग जाएंगे। विधेयक को जनगगणना और परिसीमन को पूरा करने के बाद लागू करने की बात है सरकार को ये प्रावधान हटाना ही चाहिए सही होगा । साथ ही उन्होंने कहा है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही आरक्षण नहीं देना चाहती हैं। यह बिल महिलाओं को प्रलोभन देने और आंखों में धूल झोंकने वाला है।मायावती ने अपनी तरफ से मांग उठाई है कि ओबीसी समाज की महिलाओं के लिए आरक्षण मिले।