एसटीएफ और बदमाशों के साथ हुई मुठभेड़ में चार बदमाश पुलिस की गोलियों से ढेर हो गए। इनमें एक बदमाश हरियाणा पुलिस में सब इंस्पेक्टर रहे पुलिस कर्मी का बेटा भी है। तीन बदमाश की शिनाख्त हो गई है जबकि एक की शिनाख्त के प्रयास किये जा रहे हैं। मुठभेड़ में एसटीएफ टीम में शामिल एक इंस्पेक्टर भी बदमाशों की गोली से घायल हो गए, उन्हें इलाज के लिए हायर सेंटर में भर्ती कराया गया है। मारे गए बदमाश मुस्तफा उर्फ़ कग्गा गैंग के बताए गए हैं।
पुलिस के अनुसार मरने वाले तीन बदमाशों के नाम अरशद, मंजीत दहिया, सतीश है। इनमें अरशद पर एक लाख का इनाम घोषित था। ये सभी लूट, डकैती, हत्या के मामले मे वांछित थे। करीब आधे घंटे यह मुठभेड़ झींझाना थाना क्षेत्र के ऊदपुर गाँव के जंगलों में चली। सोमवार देर रात करीब दो बजे शामली एसटीएफ को चार बदमाशों की सूचना मिली। तो टीम ने मौके पर जाकर बदमाशों को घेर लिया। इसके बाद बदमाशों ने एसटीएफ टीम पर गोलियां दागनी शुरू कर दी। इसके बाद एसटीएफ ने भी बदमाशों पर गोलियां चलाई। इस दौरान एसटीएफ टीम के इंस्पेक्टर सुनील को पेट में गोली लगी। इसके बाद एसटीएफ टीम ने चारों बदमाशों को निशाने पर ले लिया और उन्हें ढेर कर दिया।
इनमें एक बदमाश करनाल के मधुबन की अशोक विहार कॉलोनी का रहने वाला था। उसके पिता हरियाणा पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे। 2017 में उसके पिता की बीमारी के कारण मौत हो गई थी। वह मधुबन पुलिस अकादमी में ही तैनात थे। फिलहाल बदमाश सतीश अपनी दो बेटियों व मां के साथ रह रहा था। वह मूल रूप से सोनीपत के गांव शेखपुरा का रहने वाला था। 2015 में वह करनाल आए थे। सतीश की पत्नी की भी मौत हो चुकी है। सतीश के क्रिमिनल रिकॉर्ड के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है।