Uttarakhand

Health: बछड़ो में पेशाब रुकने की हो रही समस्या तो नौसादर खिलाकर करे बचाव

मेरठ। कडकडाती ठण्ड में गाय, भैंस के बच्चों में पानी कम पीने के कारण पथरी बनने की समस्या सामने आ रही है। पथरी के कारण पशुओं को पेशाब करने में दिक्कत आती है और कभी कभी तो पेशाब पूरी तरह बंद हो जाता है।

यह बात सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौधोगिक विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा0 राजीव सिंह ने किसानों को बतायी। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौधोगिक विश्वविद्यालय तथा पशुपालन विभाग द्वारा ग्राम जनधेड़ी में पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेले का आयोजन कृषि विवि के कुलपति डॉ के0के0 सिंह तथा पशुपालन विभाग के डॉ जितेन्द्र गुप्ता के कुशल मार्गदर्शन में किया गया।

परियोजना के मेन्टर डा0 राजबीर सिंह ने बताया कि पशुओं के कम पानी पीने, आहार में भूसे तथा चोकर की अधिकता से पशुओं विशेषकर नर पशुओं में पथरी के कारण पेशाब नहीं उतरता है और उनकी मृत्यु भी हो जाती है। मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अमित वर्मा ने बताया कि कई बार झोलाक्षाप लोगों द्वारा पेशाब रुकने पर लैसिक्स (पेशाब बनाने वाले) इंजेक्शन लगा दिया जाता है, जिससे पेशाब की थैली फटने का खतरा बढ़ जाता है। बछड़ों में पेशाब रुकने की समस्या से बचाव हेतु 20 से 25 ग्राम नौसादर सप्ताह में एक बार गुनगुने पानी में पिलाना लाभकारी रहता है।

शिविर में डा अमित वर्मा, डा अरबिन्द सिंह, डा अजीत कुमार सिंह, डा अखिल पटेल, डा विकास जायसवाल, डा प्रेम सागर मौर्या, डा स्नेहल निर्वान तथा राजीव कुमार ने 72 किसानों के 290 पशुओं की जाँच कर निशुल्क दवाओं का वितरण इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड के सहयोग से किया। ग्राम प्रधान राहुल कुमार ने टीम का धन्यवाद किया।

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