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Patanjali गुरूकुलम और आचार्यकुलम का हुआ भव्य शिलान्यास, मिलेगी सैनिक स्कूल की सौगात

काजल राजपूत.
गुरूकुल महाविद्वालय की पवित्र भूमि पर पतंजलि योगपीठ द्वारा पतंजलि गुरूकुलम और आचार्यकुलम का भव्य शिलान्यास कार्यक्रम शनिवार को सकुशल संपन्न हुआ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर​ सिंह धामी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने वैदिक हवन यज्ञ की आहूति के साथ पतंजलि गुरूकुलम और आचार्यकुलम की आधार शिला रखी।

पतंजलि के लिए ऐतिहासिक बना आज का दिन
पतंजलि गुरूकुल के लिए 6 जनवरी 2023 का दिन ऐतिहासिक बन गया है। वीवीआईपी की सुरक्षा व्यवस्था बेहद चाक चौबंद रही। हरिद्वार की इस पुण्य भूमि पर यह आयोजन अदभुत, अकल्पनीय रहा। जिसने भी कार्यक्रम को देखा वह बाबा रामदेव की प्रशंसा करता दिखाई दिया।
पतंजलि योग पीठ ने अपने 29वें स्थापना दिवस पर स्वामी दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती और गुरुकुल के संस्थापक स्वामी दर्शनानंद जी की जयंती पर पतंजलि गुरूकुलम और आचार्यकुलम का शिलान्यास कार्यक्रम आयोजित किया।

संत समाज का मिला आशीर्वाद
दिव्यता और भव्यता के साथ आयोजित यह कार्यक्रम बेहद ही अदभुत रहा। हरिद्वार के तमाम गणमान्य नागरिकों की मौजूदगी रही। संत समाज का आशीर्वाद मिला। समाजसेवियों का योगदान रहा। कार्यक्रम उपरांत भोजन की व्यवस्था बेहद शानदार रही।

118 साल पहले शुरू हुआ था गुरूकुल
विदित हो कि स्वामी दर्शनानन्द ने 118 साल पहले 3 बीघा जमीन, 3 ब्रह्मचारी और 3 चवन्नियों के साथ गुरुकुल की शुरुआत की थी। उन्हीं के नाम पर गुरुकुल का मान स्वामी दर्शनानंद गुरुकुल महाविद्यालय रखा गया था। लेकिन देशकाल परिस्थिति के अनुसार गुरूकुल पर कई बार संकट के बादल मंडराए।

भूमाफियाओं की थी जमीन पर नजर
भूमाफियाओं ने जमीन को खुद-बुर्द करने का प्रयास किया। लेकिन संस्था के कुछ मजबूत पदाधिकारियों ने जमीन को सुरक्षित बचाकर रखा। सर्वसम्मति से महासभा की बैठक में गुरूकुल संस्था का विलय पतंजलि योगपीठ में करने का निर्णय हुआ। जिसके बाद बाबा रामदेव ने पतंजलि गुरूकुलम और आचार्यकुलम बनाने की पटकथा लिखी और भव्य शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

250 करोड़ की लागत तैयार होंगे तीन प्रोजेक्ट
बाबा रामदेव ने बताया कि यहां तीन बड़े प्रोजेक्ट संचालित होंगे। इसमें पहला 250 करोड़ की लागत से तैयार होने वाला सात मंजिला पतंजलि गुरुकुलम होगा। यह दुनिया का सबसे बड़ा गुरुकुल होगा। इसमें 1500 छात्रों के रहने लिए हॉस्टल की सुविधाएं होंगी। इसके अलावा करीब 250 करोड़ की लागत से आचार्यकुलम की शाखा स्थापित की जाएगी, जिसमें लगभग पांच हजार बच्चे डे-बोर्डिंग का लाभ ले सकेंगे।

पांच भाषाओं की दी जाएगी शिक्षा
आचार्यकुलम में सुबह आठ से पांच बजे तक बच्चों को भारतीय सनातन, अध्यात्म, योग के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा दी जाएगी। संस्कृत, हिंदी, अंग्रेजी सहित दुनिया की पांच भाषाओं का ज्ञान बच्चों को दिया जाएगा। साथ ही यहां महर्षि दयानंद अतिथि भवन बनाने की भी योजना है। यहां शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को संस्कार भी दिए जाएंगे। गुरुकुल की पुरानी इमारत की हिफाजत होगी। इसके अलावा पतंजलि का वेलनेस सेंटर और मल्टी स्पेशियलिटी हेल्थ सेंटर भी बनाया जाएगा। ताकि स्थानीय लोगों को लाभ मिल सके।

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