काजल राजपूत.
हरिद्वार। पतंजलि योगपीठ के पतंजलि गुरूकुलम में मेधावी छात्रों को शतप्रतिशत स्कॉलरशिप दी जाएगी। ऐसा होने से मेधावी छात्रों की पढ़ायी में कोई बाधा नहीं आएगी। पतंजलि योगपीठ अपने 29वें स्थापना दिवस पर धर्मनगरी को शिक्षा के लिए पतंजलि गुरूकुलम की सौगात देने जा रहा है। भव्य रूप में तैयार होने वाले इस शिक्षा के मंदिर के भवन का शिलान्यास केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रखेंगे। कार्यक्रम में सीएम पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहेंगे।
प्रेसवार्ता के दौरान स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि गुरुकुलम में 98 प्रतिशत अंक लाने वाले विद्यार्थी को शत प्रतिशत स्कॉलरशिप दी जाएगी। वहीं, 90 प्रतिशत अंक वाले विद्यार्थी को 25 हजार रुपये वार्षिक शुल्क, 80 प्रतिशत अंक के साथ प्रवेश लेने पर 50 हजार और 75 प्रतिशत अंक वाले विद्यार्थी को 75 हजार रुपये वार्षिक शुल्क पर प्रवेश दिया जाएगा। इससे कम अंक प्राप्त करने वालों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। गुरुकुलम में वर्ष 2024 के बाद करीब पांच हजार विद्यार्थियों के अध्ययन की सुविधा होगी।
स्वामी रामदेव का कहना है कि गुरुकुल ज्वालापुर की भूमि से एक नया इतिहास, नया कीर्तिमान रचा जाएगा। इस गुरुकुल का शिलान्यास देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे तथा इस भव्य कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के यशस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मध्य प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री मोहन यादव, केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी, एमिटी ग्रुप के चेयरमैन डॉ. अशोक चौहान सहित आर्य समाज के लगभग सभी विद्वान, विभिन्न गणमान्य, भजनोपदेशक और संन्यासी महापुरुष, हरिद्वार के सभी पूज्य आचार्य महामण्डलेश्वर और संत महात्मा उपस्थित रहेंगे।
उन्होंने बताया कि यहाँ से तीन बड़े प्रकल्प संचालित होंगे जिसमें पहला लगभग 250 करोड़ की लागत से तैयार होने वाला 7 मंजिला भव्य पतंजलि गुरुकुलम् होगा। इस गुरुकुल में लगभग 1500 विद्यार्थियों की आवासीय व्यवस्था होगी। इसके अतिरिक्त यहाँ लगभग 250 करोड़ की लागत से आचार्यकुलम् की शाखा स्थापित की जाएगी जिसमें लगभग 5000 बच्चे डे-बोर्डिंग का लाभ ले सकेंगे। साथ ही यहाँ महर्षि दयानन्द अतिथि भवन बनाने की भी योजना है।
स्वामी जी ने कहा कि यहाँ बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ वो संस्कार दिए जाएँगे जिससे वे अपनी संस्कृति व अपनी जड़ों से जुड़ सकें। पूरे देश में सनातन के गौरव का कालखण्ड चल रहा है। एक ओर सनातन का बोध, भारत का बोध और दूसरी तरफ आधुनिक विषयों का बोध, यानि देश की सर्वश्रेष्ट आध्यात्मिक शिक्षा, सनातन की शिक्षा, भारत बोध, चरित्र निर्माण के साथ राष्ट्र निर्माण का, गौरव व स्वाभिमान का भाव बच्चों के भीतर जागृत किया जाएगा। स्वामी जी ने कहा कि यहाँ श्रेष्ठतम आधुनिक शिक्षा और श्रेष्ठतम प्राच्य विद्या दोनों का संगम होगा। हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत से लेकर कम से कम विश्व की 5 भाषाओं का बोध पतंजलि गुरुकुलम् व आचार्यकुलम् के बच्चों को होगा।